Air-conditioner के बारे मे जानकारी

एयर कंडीशनर क्या होता है What Is Air Conditioner In Hindi

AC (Air Conditioner) एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है जिसका कार्य वातावरण की हवा को ठंडा करना होता है। यह सिस्टम कमरे की गर्म हवा को ठंडी हवा में बदल देता है। AC हवा को फ़िल्टर भी करता है जिससे हवा से हानिकारक कण भी बाहर निकल जाते है। एक तरह से कहे तो ठंडा करने के साथ ही हवा को शुद्ध भी करता है। AC की क्षमता को BTU (British Thermal Unit) में मापा जाता है।

दोस्तों, AC (Air Conditioner) में फ्रेओन गैस उपयोग की जाती है। यही गैस रेफ्रिजरेटर में भी इस्तेमाल होती है।

AC का Full Form क्या होता है

दोस्तों AC का फुल फॉर्म “Air Conditioner” होता हैं। 

AC का आविष्कार किसने किया Air Conditioner Ka Avishkar Kisne Kiya

आधुनिक AC (Air Conditioner) का आविष्कार विल्स हाविलैंड करियर (Willis Haviland Carrier) ने किया था। इस आधुनिक AC का आविष्कार वर्ष 1902 में हुआ था। यह Air Conditioner बिजली की शक्ति से चलती थी। उन्होंने ब्रुकलिन शहर की एक कम्पनी में इस AC का प्रयोग किया था।


वातावरण को कूलित करने की आवश्यकता गर्मी से बचाव के लिए पड़ी थी। आज के समय में थोड़े ज्यादा पैसे खर्च करके लोग AC खरीदना पसंद करते है।

 AC के प्रकार Air Conditioner Types In Hindi

AC दो प्रकार के होते है, घरेलू (domestic ) और व्यवसायिक ( commercial) 

इस पोस्ट मे हम आज घरेलू एसी के बारे मे बात करेंगें। घरेलू एसी मे दो प्रकार की एसी होती है। Split AC और window AC

Split ac क्या है –इस प्रकार की Air Conditioner वर्तमान में काफी लोकप्रिय है।जैसा की नाम से पता लगता है,इस AC के दो अलग अलग भाग होते है। एक भाग घर के बाहर लगता है जबकि दूसरा भाग कमरे के अंदर रहता हैं। 

Window AC क्या है –इस प्रकार का एयर कंडीशनिंग सिस्टम खिड़की पर लगता है। इसमें AC का आधा हिस्सा विंडो से बाहर की ओर होता है। आजकल इस प्रकार की AC चलन से बाहर है। अगर कमरे में खिड़की नही है तो इस प्रकार का AC नही लग सकता।

एसी खरीदते वक्‍त सबसे बड़ी दुविधा इस बात की होती है कि विंडो AC खरीदें या फिर स्प्लिट AC। एक तरह से देखा जाए तो दोनों के ही अपने फायदे और नुकसान हैं। विंडो एसी सस्‍ते होते हैं। लेकिन इनमें 2 टन से अधिक क्षमता के विकल्‍प मौजूद ही नहीं हैं। वहीं इनके लिए आपके कमरे में खिड़की होनी भी जरूरी है। वहीं स्‍प्‍लिट एसी देखने में सुंदर, शांत और कहीं भी फिट हो जाते हैं। लेकिन ये महंगे होते हैं। 

Air Conditioner कैसे कार्य करता है

AC के अंदर एयर कूलिंग की सामान्य प्रोसेस होती है। गर्म हवा AC के अंदर जाती है जिसे Air Conditioner ठंडी करके बाहर निकालता है। इससे बाहरी वातावरण का तापमान कम हो जाता है।

दोस्तों Air Conditioner (AC) में कुछ पार्ट्स लगे होते है जो कूलिंग की प्रक्रिया को पूर्ण करते है। मुख्य रूप से 4 AC कंपोनेंट होते है जिनके नाम इस प्रकार से है –


1. कंप्रेसर (Compressor) – यह पार्ट कमरे के बाहर लगे AC भाग में होता है। यह Air को संपीडित करता है। एवपोर्टेर के द्वारा ली गयी गर्म हवा कंप्रेसर के द्वारा कंडेंसर में जाती है।


2. कंडेंसर (Condenser) – यह भी AC के बाहर वाले भाग पर होता है। कंडेंसर का कार्य गर्म हवा को ठंडी हवा में चेंज करना होता है।


3. एवापोर्टर (Evaporator) – इसका कार्य Heat को एक्सचेंज करना होता है। यह एक प्रकार की Coil है जो गर्म हवा को अंदर लेती है और ठंडी हवा को कमरे में छोड़ती है।


4. एक्सपेंशन वाल्व (Expansion Valve) – Evaporator पर लगा होता है। इसी के थ्रू एयर एक Coil से दूसरी Coil में जाती है।


इसमें Coolant के रूप में refrigrent Freon गैस इस्तेमाल की जाती है।


विंडो AC में Evaporator, Compressor, Condenser तीनो एक ही बॉक्स में होते है। जबकि Split AC में केवल Evaporator ही कमरे के अंदर लगे बॉक्स में होता है।


सही Air Conditioner का चुनाव कैसे करें

आपके लिए कितने टन का AC (Air Conditioner) सही रहेगा? यह प्रश्न भी महत्वपूर्ण है। क्योंकि सही क्षमता का AC ही आपकी ठंडी हवा की जरूरत को पूरा कर सकता है। इसलिए AC का चुनाव ध्यान से करना चाहिए। कितने बड़े एरिया को वातानुकूलित करना है? इसके जवाब के अनुसार ही AC का चयन बेहतर है।


एक सामान्य साइज के कमरे में 2 से 4 लोगों के लिए 1 टन का एसी काफी होता है। जबकि एक बड़े होल या ज्यादा लोगों के लिए इससे ज्यादा टन क्षमता का Air Conditioner जरूरी है।


AC टन में मिलती है। जैसे कि 1, 1.5, 3 … टन इत्यादि। कभी आपने सोचा कि AC में यह टन (TON) क्या होता है? AC का टन उसकी कूलिंग क्षमता होती है। इस क्षमता को Per Hour मापा जाता है। AC कितनी हवा 1 घण्टे में कूल करता है। जितने ज्यादा टन का एसी होगा, वह उतनी ही ज्यादा हवा को कूलित करेगा। अमूमन 1 टन का AC 1 टन बर्फ के बराबर कूलिंग देता है।


एसी को 1 वर्ग फुट की जगह को कूलित करने में 1 घण्टे में 20 BTU खर्च होते है। 12 हजार BTU 1 टन के बराबर होते है। इसका गणित 10×10 वर्ग फुट की साइज वाले कमरे पर लगाये तो 1 टन के AC की आवश्यकता होती है।


AC (Air Conditioner) पर स्टार रेटिंग भी आती है। जैसे 1, 2, 3, 4 … स्टार इत्यादि। यह रेटिंग AC के Power Consumption को बताती है। जितने ज्यादा स्टार होंगे वह AC उतनी ही कम कम बिजली खर्च करेगा। जितने ज्यादा स्टार उतनी ही ज्यादा AC की कीमत। यह बिंदु भी Air Conditioner के चयन में महत्वपूर्ण है। 

एसी खरीदते वक्‍त सबसे बड़ी दुविधा इस बात की होती है कि विंडो AC खरीदें या फिर स्प्लिट AC। एक तरह से देखा जाए तो दोनों के ही अपने फायदे और नुकसान हैं। विंडो एसी सस्‍ते होते हैं। लेकिन इनमें 2 टन से अधिक क्षमता के विकल्‍प मौजूद ही नहीं हैं। वहीं इनके लिए आपके कमरे में खिड़की होनी भी जरूरी है। वहीं स्‍प्‍लिट एसी देखने में सुंदर, शांत और कहीं भी फिट हो जाते हैं। लेकिन ये महंगे होते हैं। 

एसी खरीदते वक्‍त जो निर्णय सबसे अहम है वह एसी के प्रकार का है। एफिशिएंसी के नजरिए से दोनों विकल्पों में कोई फर्क नहीं हैं। लेकिन विंडो एसी स्प्लिट के मुकाबले सस्‍ते होते हैं। लेकिन महानगरों में अक्‍सर लोगों के घरों में बालकनी या बेडरूम में विंडो नहीं होती। ऐसे में स्प्लिट एसी ही एकमात्र और बेहतर विकल्‍प होते हैं। ऐसे में यदि आपके पास स्‍पेस है और कम पैसे खर्च करना चाहते हैं तो विंडो एसी बेहतरीन विकल्‍प है। लेकिन आप बिना आवाज वाला और सुंदर एसी चाहते हैं तो स्‍प्लिट एसी आपके लिए बेस्‍ट होगा। आजकल Inverter AC भी मार्किट में आता है जो बाहरी Temperature के अनुसार कूलिंग करता है।

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